स्कूल के उद्घाटन मौके कंप्यूटर अध्यापक को जबरन छुट्टी पर भेजना लोकतंत्र हनन – कंप्यूटर अध्यापक यूनियन
लुधियाना, 03 मार्च – लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंदर केजरीवाल ने आज लोकतंत्र की हत्या की है। ये शब्द कंप्यूटर अध्यापक यूनियन के प्रदेश प्रधान गुरविंदर सिंह तरनतारन ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंदर केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने लुधियाना के इंद्रपुरी इलाके में स्कूल ऑफ एमिनेंस का उद्घाटन किया। इस मौके पर स्कूल के सभी स्टाफ भी मौजूद था, लेकिन जिला प्रशासन और सीएमओ की ओर से संबंधित स्कूल के कंप्यूटर अध्यापक और यूनियन के जिला प्रधान हर राय कुमार, जिन्होंने स्कूल की कंप्यूटर लैब तैयार करने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है और इसे राज्य की सर्वश्रेष्ठ कंप्यूटर लैबों में से एक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी, उन्हें उद्घाटन समारोह में भाग लेने से प्रतिबंधित करते हुए, जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया गया। इस मौके पर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरजीत सिंह संधू, उपाध्यक्ष परमवीर सिंह पम्मी, महासचिव परमिंदर सिंह घुम्मन, हरप्रीत सिंह मीत, प्रधान अनिल ऐरी, एकमओंकार सिंह, सिकंदर सिंह समेत अन्य कंप्यूटर अध्यापक नेताओं ने कहा कि विधानसभा चुनाव के बाद से पहले आम आदमी पार्टी सुप्रीमो अरविंदर केजरीवाल ने खुद कंप्यूटर शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए पंजाब में अपनी पार्टी की सरकार बनने पर और सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस न जाने कितनी बार उनकी मांगों को पूरा करने के लिए सार्वजनिक घोषणाएं कर चुके हैं लेकिन ये घोषणाएं महज ‘जुमले’ साबित हुई हैं और आज की कार्रवाई ने ब्रिटिश काल की याद दिला दी है। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले जनता से खुद जाकर मिलने की बाते करते ना थकने वाले मुख्यमंत्री अब मीटिंग का समय देने के बाद मीटिंग से कुछ समय पहले मिलने से इनकार कर देते हैं वहीँ अब ऐसी करवाई को अंजाम देने दिन दिहाड़े लोकतंत्र का हनन है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जायेगा और इस के विरोध में पंजाब भर में रोष प्रदर्शन किये जायेंगे।
अध्यापक नेताओं ने कहा कि अपनी जायज अधिकारों की प्राप्ति के लिए जहां पिछले 3 दिनों से कंप्यूटर अध्यापक विकास कुमार अमृतसर में भूख हड़ताल पर बैठे हैं, वहीं पंजाब सरकार की उक्त कार्रवाई के विरोध में अब कंप्यूटर अध्यापक मुख्यमंत्री के साथ सभी कैबिनेट मंत्रियों के हर सरकारी कार्यक्रम में कंप्यूटर अध्यापकों द्वारा अपनी जायज मांगों को लेकर आवाज उठाई जाएगी और आम लोगों को उनके साथ हो रहे अन्याय के बारे में बताया जाएगा। वहीं कंप्यूटर अध्यापक यूनियन पंजाब 5 मार्च को विधानसभा का घेराव करेगी और ओने अधिकारों की आवाज़ सरकार के कानों तक पहुंचाएगी।