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एक्सिस बैंक ने प्लाक्षा विश्वविद्यालय में उन्नत शोध और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 80 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान दिया, ‘एक्सिस बैंक फ़्यूचरटेक बिल्डिंग’ को समर्पित

एक्सिस बैंक ने प्लाक्षा विश्वविद्यालय में उन्नत शोध और शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 80 करोड़ रुपए से अधिक का योगदान दिया, ‘एक्सिस बैंक फ़्यूचरटेक बिल्डिंग’ को समर्पित

यह लंबी अवधि का सहयोग भारत के डीप-टेक क्षेत्र को मज़बूत बनाने में मदद करेगा, क्योंकि इससे इन्फ्रास्ट्रक्चर , शिक्षा और शोध को बढ़ावा मिलेगा।

 

मोहाली, 10 दिसंबर 2025: भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंकों में से एक एक्सिस बैंक ने प्लाक्षा विश्वविद्यालय में ‘एक्सिस बैंक फ़्यूचरटेक सीएसआर इनिशिएटिव’ शुरुआत की है। इस पहल के अंतर्गत ‘एक्सिस बैंक फ़्यूचरटेक बिल्डिंग’ तैयार की गई है-एक आधुनिक (स्टेट-ऑफ़-द-आर्ट) सुविधा, जिसे अनुभव आधारित सीख, बहु-विषयक शोध और उद्योग-अकादमिक सहयोग को बढ़ाने के लिए बनाया गया है। यह बहुवर्षीय साझेदारी दर्शाती है कि एक्सिस बैंक प्लाक्षा विश्वविद्यालय की भारत में उच्च शिक्षा को नए रूप में विकसित करने की सोच का शुरुआती समर्थक रहा है। यह भवन चंडीगढ़ ट्राई-सिटी क्षेत्र में उभरती तकनीकों (फ़्रंटियर टेक्नोलॉजीज़) के विकास में योगदान देगा और ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य को भी समर्थन करेगा।

 

विश्वविद्यालय परिसर में बना यह नया इन्फ्रास्ट्रक्चर अत्याधुनिक और बहु-विषयक शोध तथा नवाचार को बढ़ावा देगा। यह उद्योग और अकादमिक जगत के बीच सहयोग बढ़ाएगा और ज्ञान के आदान–प्रदान का प्रमुख केंद्र बनेगा। इस भवन में इंस्टिट्यूट फ़ॉर इन्वेंटिंग द फ़्यूचर, स्कूल ऑफ़ एआई और कंप्यूटर साइंस तथा अन्य उन्नत प्रयोगशालाएं होंगी।

 

एक्सिस बैंक फ़्यूचरटेक सीएसआर इनिशिएटिव विश्वविद्यालय के दीर्घकालिक विकास में भी सहायता करेगा। इससे प्लाक्षा बड़े पैमाने पर बहु-विषयक सीख, प्रयोग और नवाचार पर ध्यान दे सकेगा। इस सहयोग के तहत बैंक निम्न क्षेत्रों में समर्थन देगा-

 

• एक्सिस डिस्टिंग्विश्ड फ़ैकल्टी चेयर : यह चेयर “एआई + एक्स ” क्षेत्र में बहु-विषयक शोध को बढ़ावा देगी।

• अकादमिक प्रोग्राम और इनोवेशन प्रोजेक्ट्स: एआई, रोबोटिक्स, ब्लॉकचेन और उभरती तकनीकों से जुड़ी संकाय और छात्रों की परियोजनाओं को समर्थन।

• फेलोशिप और स्कॉलरशिप: पीएचडी फेलोशिप और स्नातक छात्रों के लिए छात्रवृत्तियाँ, जिससे भारत के नए डीप-टेक नवाचारकर्ताओं का विकास होगा।

• ग्लोबल कोलैबोरेशन और नॉलेज एक्सचेंज: अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के साथ साझेदारी, स्टूडेंट और फ़ैकल्टी एक्सचेंज, संयुक्त शोध और साझा शिक्षण।

लॉन्च कार्यक्रम में एक्सिस बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ श्री अमिताभ चौधरी ने कहा कि एक्सिस बैंक में हम मानते हैं कि नवाचार देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। फ़्यूचरटेक बिल्डिंग सिर्फ़ एक इमारत नहीं है-यह एक्सिस बैंक की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है जिसके तहत हम नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, सहयोग को मज़बूत कर रहे हैं और भारत की तकनीकी प्रतिभा के भविष्य में निवेश कर रहे हैं। प्लाक्षा विश्वविद्यालय के साथ हमारी साझेदारी यह दर्शाती है कि भारत को विश्वस्तरीय शोध और शिक्षा को विकसित करना होगा। शोध, छात्रवृत्ति, पीएचडी फेलोशिप और आधुनिक सुविधाओं को समर्थन देकर, हम ऐसे युवाओं को तैयार कर रहे हैं जो एआई, डीप-टेक और उभरती तकनीकों में बड़े बदलाव लाएंगे और देश की अर्थव्यवस्था एवं समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालेंगे।

 

प्लाक्षा विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति प्रो. रुद्र प्रताप ने कहा,

 

“यह साझेदारी सिर्फ़ वित्तीय सहायता नहीं है-यह भारत की तकनीकी और शोध क्षमता को बढ़ाने की साझा दृष्टि है। एक्सिस बैंक की प्रतिबद्धता ने हमें ऐसा वातावरण बनाने में सहायता दी है जहां छात्र और शोधकर्ता मिलकर काम कर सकें, नवाचार कर सकें और फ्रंटियर टेक्नोलॉजी को समाज के लिए उपयोगी समाधानों में बदल सकें। हम उनके लंबे समय के समर्थन के लिए अत्यंत आभारी हैं।”

 

एक्सिस बैंक प्लाक्षा विश्वविद्यालय के शुरुआती समर्थकों में से रहा है। 2021 से अब तक एक्सिस बैंक स्कॉलरशिप प्रोग्राम ने 30 से अधिक स्नातक छात्रों का समर्थन किया है। इनमें से 16 छात्र जुलाई 2025 में प्लक्ष की पहली स्नातक कक्षा का हिस्सा बने। एक्सिस बैंक का यह सहयोग दिखाता है कि सामूहिक प्रयास और रणनीतिक सीएसआर कैसे भारत के शोध और नवाचार के लक्ष्यों को पूरा कर सकता है और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

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